दार्शनिक-सत्य की सैद्धांतिक विवेचना भर से संतुष्ट नहीं होता, बल्कि वह सत्य की अनुभूति पर बल देता है। इस तरह पश्चिमी दर्शन विश्लेषणात्मक है, जिसमें तत्व ज्ञान, सौंदर्य विज्ञान, प्रमाण विज्ञान की व्यख्या की गई है।
सन 1995 से निरन्तर विश्वसनीय वैवाहिक सेवाएं
समस्त भारत के हिन्दू-जैन-बौद्ध-सिक्ख से सम्बन्धित सभी जातियों एवं वर्गों के उच्च शिक्षित युवक-युवतियों एवं प्रौढ़ अविवाहित/विधवा-विधुर/तलाकशुदा आदि के श्रेष्ठ तथा विश्वस्त रिश्तों की मोबाइल/टेलीफोन नम्बर एवं फोटो सहित जानकारी हेतु सर्वजातीय मासिक परिचय पुस्तिका हर महीने घर बैठे प्राप्त करें। प्रकाशनार्थ बायोडाटा-फोटो व आधार कार्ड भेजकर रजिस्ट्रेशन कराएं। अपना सदस्यता शुल्क दिव्ययुग के नाम से देय डिमाण्ड ड्राफ्ट द्वारा भेजें या सीधे खाते में जमा करें।
वार्षिक सदस्यता शुल्क- 800/- मात्र
A/c Name : Divyayug
A/c No.- 08841132000279
IFSC Code : PUNB0088410
बैंक का नाम-
पंजाब नेशनल बैंक
सुदामा नगर, इन्दौर (म.प्र.)
मासिक पत्रिका आप अपनी सुविधानुसार ईमेल या Whatsapp से अथवा अपने पते पर रजिस्टर्ड डाक से मंगवा सकते हैं। रजिस्टर्ड डाक से मंगवाने हेतु 300/- मात्र अलग से देना होंगे।
राष्ट्रीय कार्यालय
हिन्दू मैरिज हेल्पलाईन
दिव्ययुग निर्माण ट्रस्ट
दिव्ययुग सदन- 90, बैंक कॉलोनी, अन्नपूर्णा रोड़, इन्दौर (म.प्र.)
दूरभाष क्रमांक : 0731-2486527
मोबा. 9009662310, 9302101186
Philosopher is not satisfied with the theoretical interpretation of truth, rather he emphasizes on the realization of truth. In this way, Western philosophy is analytical, in which the science of philosophy, aesthetics, proof science has been explained.
उवट, महीधर और सायणाचार्य आदि भाष्यकारों का विचार था कि वेद में वर्णित अग्नि, इन्द्र, वरुण, मित्र आदि कल्पित स्वर्ग में रहने वाले देवता हैं। ये देवता पृथ्वी पर दिखाई देने वाले अग्नि, वायु और जलादि पदार्थों के और आकाश में दिखाई देने वाले सूर्य, चन्द्रमा और उषा आदि के अधिष्ठात्री देवता माने जाते हैं। इस प्रकार से...